The smart Trick of best hindi story That Nobody is Discussing

The novel touches upon themes of gender discrimination, dowry, plus the struggles confronted by women within a male-dominated Modern society. Premchand’s writing is characterised by its deep knowledge of human character as well as socio-cultural backdrop of his time. Via Nirmala, he sheds light within the injustices confronted by Females and raises essential questions on morality, social conventions, and the need for societal reform.

As we embark with a literary odyssey, we dig in the enchanting globe of Hindi fiction books, celebrating the brilliance of storytellers who definitely have crafted tales that transcend time and Room. From the eloquence of Premchand’s poignant realism to the modern-day Hindi poetry by Harivansh Rai Bachchan, Hindi literature has repeatedly evolved, charming visitors with its power to mirror society and articulate the complexities on the human soul.

The novel delves into your intricacies of their marriage, analyzing the societal anticipations, moral dilemmas, and personal sacrifices they confront. As being the people navigate the troubles posed by really like, responsibility, and honour, the novel raises profound questions about the character of fine and evil. This Hindi fiction e-book is celebrated for its deep exploration of human feelings and the philosophical themes it addresses.

नैतिक शिक्षा – दूसरों की भलाई करने से ख़ुशी मिलती है।

एक गाँव में एक किसान रहता था। किसान खेती करने में व्यस्त था तभी उसकी पत्नी वहां आयी और उसके लिए खाना रख कर वहां से घर वापस चली गयी। जब किसान को फुर्सत मिली तो उसने खाना खाने की सोची। पर यह क्या। खाने का बर्तन खाली था। किसान को लगा की उसकी पत्नी ने उसके साथ मज़ाक किया है और वह नाराज़ हो गया। घर जा कर उसने अपनी check here पत्नी पर बहुत गुस्सा किया। पत्नी को भी कुछ समझ ना आया।

शांति ने ऊब कर काग़ज़ के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उठकर अनमनी-सी कमरे में घूमने लगी। उसका मन स्वस्थ नहीं था, लिखते-लिखते उसका ध्यान बँट जाता था। केवल चार पंक्तियाँ वह लिखना चाहती थी; पर वह जो कुछ लिखना चाहती थी, उससे लिखा न जाता था। भावावेश में कुछ-का-कुछ उपेन्द्रनाथ अश्क

उसकी आंखों से आंसुओं की धारा बह रही थी। काफी प्रयत्न कर रही थी, किंतु वह रस्सी से बंधी हुई थी।

चेतना लौटने लगी। साँस में गंधक की तरह तेज़ बदबूदार और दम घुटाने वाली हवा भरी हुई थी। कोबायाशी ने महसूस किया कि बम के उस प्राण-घातक धड़ाके की गूँज अभी-भी उसके दिल में धँस रही है। भय अभी-भी उस पर छाया हुआ है। उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा है। उसे साँस अमृतलाल नागर

सिंह राज ने देखते ही देखते सभी सियारों को खदेड़ दिया। जिसके कारण उसके मित्र सुरसिंह की जान बच सकी

एक दिन सब से बड़ा भाई ने सावत्री को जानबूझकर एक छोटी सी रस्सी और छेद वाले घड़े में पानी लेने कुँए पर भेजा और समय पर न आने पर दंड देने की धमकी भी दी। कुँए पर पहुंच कर सावित्री रोने लगी। वहां एक सांप और मेंढक रहते थे जो सावित्री का रोआ सुन कर बहार आ गए.

शेरू बहुत खुश हुआ उस रोटी को लेकर गाड़ी के नीचे भाग गया। वहीं बैठ कर खाने लगा।

The poet employs a singular blend of philosophical insights, vivid imagery, and rhythmic verses to produce a do the job that resonates with audience, building this a timeless and celebrated bit of Hindi literature. The poem has obtained prevalent acclaim for its depth, common themes, along with the lyrical elegance of its verses, setting up Harivansh Rai Bachchan as Probably the most influential poets in Indian literature.

बुरे काम का बुरा ही नतीजा होता है बुरे कामों से बचना चाहिए।

एक दिन शेरू को राहुल ने एक रोटी ला कर दिया।

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